30 मार्च से नवरात्रि शुरू हो गए हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने महिला खिलाड़ियों को सौगात दी है. दरअसल चंपावत के लोहाघाट में प्रदेश के पहले महिला स्पोर्ट्स कॉलेज (Women Sports College Champawat) के निर्माण के लिए सरकार ने शासनादेश जारी कर दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक कार्यक्रम के दौरान चंपावत जिले में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज बनाने की घोषणा की थी. शासनादेश जारी होने के बाद राज्य की खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हिंदू नववर्ष के पहले दिन और पहले नवरात्रि पर राज्य की बालिका खिलाड़ियों के लिए यह कदम राज्य सरकार का खिलाड़ियों को तोहफा है. इस कॉलेज का संचालन शुरू होने के बाद उत्तराखंड की लड़कियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने खेल कौशल को संवारने का भी अवसर मिलेगा.
आधुनिक स्पोर्टस साइंस टेक्निक के साथ राज्य की महिला खिलाड़ियों का प्रदर्शन भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर सुधरेगा और यहां की लड़कियां भी देवभूमि को खेलभूमि बनाने में अपना अहम योगदान दे सकेंगी. खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि 38वें नेशनल गेम्स के सफल आयोजन के बाद खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार की यह एक और पहल होगी. राष्ट्रीय खेलों में मेडल जीतने वाले उत्तराखंड के खिलाड़ियों में लड़कियों की संख्या अच्छी खासी रही लेकिन इसके बावजूद अभी तक राज्य में लड़कियों को एक खिलाड़ी के रूप में तैयार करने के लिए समर्पित कोई बड़ा सरकारी संस्थान नहीं था. चंपावत में तैयार होने वाले इस महिला स्पोर्ट्स कॉलेज के बनने के बाद यह कमी पूरी हो जाएगी.
शासनादेश जारी होने के बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हिंदू नव वर्ष के पहले दिन और नवरात्रि के पहले दिवस पर प्रदेशभर की बालिका खिलाड़ियों के लिए यह प्रदेश सरकार का एक उपहार है। इस कॉलेज का संचालन शुरू होने के बाद प्रदेश की लड़कियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने खेल कौशल को संवारने में मदद मिलेगी। आधुनिक स्पोर्टस साइंस तकनीकों के साथ निश्चित रूप से प्रदेश की बालिका खिलाड़ियों का प्रदर्शन आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय फलक पर सुधरेगा और यहां की लड़कियां भी देवभूमि को खेल भूमि बनाने में अपना अहम योगदान दे सकेंगी।