उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अवैध मदरसों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ने जोर पकड़ा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ पूरी तरह से सख्त है. वे यह सुनिश्चित करेंगे कि अवैध मदरसों के खिलाफ जांच जारी रहे और किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बख्शा न जाए. मुख्यमंत्री ने यह बयान एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए दिया. उन्होंने कहा कि अवैध मदरसों के निर्माण को लेकर उनकी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है और इस पर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा. “जहां-जहां भी अवैध मदरसों के संचालन या निर्माण की जानकारी मिलेगी, वहां की जांच की जाएगी और जरूरत पड़ी तो कार्रवाई की जाएगी. यह अभियान निरंतर चलता रहेगा
ये मदरसे बिना सरकार की अनुमति के संचालित किए जा रहे थे। पूरे राज्य में अवैध मदरसों के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन ने इस बात की भी जांच शुरू कर दी है कि इतने बड़े पैमाने पर संचालित हो रहे इन अवैध मदरसों के पीछे किसका हाथ है और यहां पर छात्रों को किस प्रकार की तालीम दी जा रही थी। गुरुवार को रुद्रपुर में चार, किच्छा में आठ, बाजपुर में तीन, जसपुर में एक और हरिद्वार में दो मदरसों को सील किया गया। इससे पहले देहरादून, पौड़ी में भी बड़े स्तर पर अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 92 मदरसों को सील किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है किराज्य के मूल स्वरूप के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी धर्म की आड़ में अवैध गतिविधियों में संलिप्त होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में कृषकों की आय बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती को आधुनिक तकनीक के साथ आगे बढ़ाया जाए। जिन क्षेत्रों में किसान बेहतर कार्य कर रहे हैं, उन्हें और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। विभागों द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों का परिणाम धरातल पर नजर आना चाहिए।