उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है और पहाड़ से मैदान तक बादल मंडराने के साथ बौछारों का दौर जारी है। इससे मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी से राहत है और पहाड़ों में सुबह-शाम ठिठुरन महसूस की जा रही है। प्रदेश में अगले कुछ दिन प्री-मानसून शावर पड़ते रहेंगे। उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में गर्जन के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। साथ ही निचले इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। इसके बाद 24 से 30 जून तक प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा के तीव्र दौर हो सकते हैं।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में 24 से 30 जून तक भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके चलते खासतौर पर चारधाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही कुमाऊं मंडल के चार जिलों में तीन दिन का भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग देहरादून के महानिदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले सप्ताह 27, 28 और 30 जून को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट किया गया है। इस दौरान पहाड़ों पर कहीं हल्का तो कहीं भारी भूस्खलन होने की आशंका है। इससे रास्ते भी प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में खासतौर पर चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को पूर्वानुमान के अनुसार सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। कहीं-कहीं पर नदियों में जलस्तर बढ़ने एवं रास्तों आदि में जलभराव से नुकसान होने की आशंका है।
इसके अलावा बारिश और बिजली आदि चमकने से कच्चे घरों को भी नुकसान हो सकता है। इसी तरह 24 जून से 26 जून तक और 29 जून को कुमाऊं मंडल के चार जिलों नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट किया गया है। इस दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में हल्का भूस्खलन और पत्थरों के गिरने की आशंका रहेगी। इससे कहीं-कहीं पर रास्ते ब्लॉक हो सकते हैं। कई जगहों पर जलभराव आदि की समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। आने वाले तीन से चार दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरप्रदेश पहुंचने की संभावना है। इसके बाद मानसून उत्तराखंड में प्रवेश कर जाएगा।