उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक बेहद शर्मनाक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज में गहरी चिंता पैदा कर दी है। इस घटना में एक सेवानिवृत्त भारतीय सेना के फौजी पर अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने का संगीन आरोप लगा है। इस मामले की शिकायत पीड़िता की मां ने की, जिसके बाद देहरादून के रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने अपनी मां को कई सालों की चुप्पी तोड़ते हुए आपबीती सुनाई।
पीड़िता ने अपनी मां को बताया कि जब वह नाबालिग थी, तभी से उसके पिता, जो एक रिटायर्ड फौजी हैं, उसके साथ इस जघन्य अपराध को अंजाम देता आ रहा था। उसने यह भी खुलासा किया कि आरोपी पिता न केवल उसकी मां के साथ शारीरिक और मानसिक रूप से दुर्व्यवहार करता था, बल्कि परिवार पर दबाव बनाकर इस भयावह सच को छिपाए रखने के लिए मजबूर करता था। डर और असहायता के कारण पीड़िता ने लंबे समय तक अपनी पीड़ा किसी से साझा नहीं की। हालांकि, मानसिक और भावनात्मक तनाव के चलते आखिरकार उसने अपनी मां को सारी बात बताने का साहस जुटाया, जिसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुंचा।
थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी के अनुसार, वर्तमान में पीड़िता बालिग हो चुकी है, लेकिन अपराध की शुरुआत तब हुई थी जब वह नाबालिग थी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तहरीर के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुआ है, जिसने अपने पद और सम्मान को इस घिनौने कृत्य से कलंकित कर दिया है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल पीड़िता और उसके परिवार के लिए एक दुखद अध्याय है, बल्कि समाज में भी गहरी चोट पहुंचाती है। यह मामला एक बार फिर बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा, घरेलू हिंसा, और परिवार के भीतर होने वाले अपराधों पर गंभीर चर्चा को जन्म दे रहा है। लोगों की नजर अब इस बात पर है कि जांच किस दिशा में जाती है और दोषी को सजा दिलाने में कितना समय लगता है। देहरादून पुलिस से अपेक्षा की जा रही है कि वह इस मामले में जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करे और पीड़िता को इंसाफ दिलाए।