उत्तराखण्ड में मौसम के बदले मिजाज ने तापमान में खासी गिरावट ला दी है। इस दौरान जहां पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश हो रही है, वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इधर मौसम विभाग ने कई जगहों पर बारिश की संभावना जताई है। इस बीच बर्फबारी और बारिश के चलते पूरा उत्तराखण्ड शीतलहर की चपेट में आ गया है, जिसके चलते शासन प्रशासन अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश पर नैनीताल जिले में हिमपात, शीतलहर एवं कोहरे से बचाव के लिए विभिन्न निकाय क्षेत्रों में रैन बसेरे, अलाव जलाने व कंबल वितरण कार्यों में तेजी लाई गई है।

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य निखर उठा है। ऊंचाई वाले इलाकों में स्थित गांवों में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है। थर्टी फर्स्ट का जश्न मनाने के लिए यहां पहुंचे पर्यटक बर्फबारी के चलते चांदी की तरह चमक रही पर्वत श्रृंखलाओं का नजारा देखकर गदगद हैं। इस बीच थर्टी फर्स्ट मनाने के लिए मुनस्यारी में पर्यटकों का सैलाब उमड़ने लगा है। बुधवार को नगर के होटल, रेस्टहाउस व कई लाज पर्यटकों से पैक रहे। होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधि देवेंद्र सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ से दो हजार पर्यटक मुनस्यारी पहुंच चुके हैं।

चमोली जनपद में देर रात से लगातार बारिश हो रही है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। बदरीनाथ धाम में करीब तीन तो हेमकुंड साहिब में चार फीट तक बर्फ जम गई है। फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, औली, गोरसों आदि जगहों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। औली सड़क पर कटर मशीन से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। यहां पर्यटकों के वाहन बर्फ में फंस गए हैं। चमोली-मंडल-ऊखीमठ-कुंड हाईवे, मलारी हाईवे और बदरीनाथ हाईवे बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बाधित हो गए हैं। बदरीनाथ धाम में महायोजना मास्टर प्लान के काम पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं। धाम में एनएचआईडीसीएल के 8 इंजीनियर और लगभग 150 मजदूर मौजूद हैं, जिन्हें निचले क्षेत्रों में लाने की तैयारी की जा रही है।

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version