बीते आठ फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान 6 लोगों की मौत हो गई औऱ दर्जनों लोग घायल हो गए। इसी दंगे में एक बिहार के युवक की भी मौत हुई थी जिसके सर में गोली लगी थी। खबरें तो यह आई कि प्रकाश कुमार हल्द्वानी दंगे में उपद्रवियों का शिकार हुआ औऱ सिर में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। दरअसल प्रकाश कुमार की मौत गोली लगने से जरूर हुई थी लेकिन यह गोली उसको दंगे के कारण नही लगी थी।  आपको जानकार हैरानी होगी प्रकाश की मौत हल्द्वानी हिंसा की तरह ही सोची समझी साजिश थी। जिसका कारण अवैध संबंध बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस कांस्टेबल औऱ उसकी पत्नी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया प्रकाश कि मौत उपद्रव में नहीं बल्कि कांस्टेबल द्वारा गोली मारने से हुई थी। इसके आगे एसएसपी ने बताया कि कांस्टेबल की पत्नी के साथ प्रकाश कुमार के अवैध संबंध थे और वह कांस्टेबल की पत्नी को ब्लैकमेल करता था जिस कारण हत्याकांड को अंजाम दिया गया। कांस्टेबल ने अपनी पत्नी और कुछ लोगों के साथ मिलकर 8 फरवरी को प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन कांस्टेबल की पत्नी अभी भी फरार चल रही है।

पुलिस को 9 फरवरी को इन्द्रानगर रेलवे फाटक से आगे ऑवला गेट गौलाबाईपास मुख्य सड़क पर प्रकाश का शव बरामद हुआ था। पहले तो पुलिस ने इसे भी हल्द्वानी दंगे का ही हिस्सा समझा। लेकिन जब पुलिस ने मृतक प्रकाश के मोबाइल की डिटेल्स निकाली तो पता चला कि प्रकाश सितारगंज के किसी युवक के संपर्क में था साथ ही उत्तराखण्ड के ही एक और नंबर पर लगातार उसकी बातचीत होती थी। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो प्रकाश सूरज नाम का युवक मृतक का लगभग दो ढाई साल से दोस्त था। और उसके घर भी आता जाता था। इसी दौरान प्रकाश कुमार सिंह के अवैध सम्बन्ध सूरज की बहन और कांस्टेबल की पत्नी प्रियंका के साथ बन गये। मृतक प्रकाश कुमार ने प्रियंका के साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध की वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था और उससे पैसे की मांग करने लगा था।

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