देहरादून: देहरादून पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लोगों को ब्लैकमेल करने वाले एक गैंग की महिला सदस्य को पकड़ लिया है। इस घटना के पीछे छिपी दुष्कर्म और गैंगवाद की कहानी ने लोगों में चौंकाने वाली बातों का पर्दाफाश किया है। आरोपी महिला को ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है, और पुलिस अब इस मामले की गहराईयों की जांच कर रही है।

इस महिला गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर लोगों को ब्लैकमेल करने का अपराध किया था। उन्होंने यहां के लोगों से पैसे की मांग कर दी, जिसमें उगाही की भी धमकियाँ दी जाती थी।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला और उसके गैंग के सदस्य लोगों को नौकरानी के तौर पर पेश करते थे, और फिर उन्होंने उनके खिलाफ झूठे रेप केस की धमकियाँ देना शुरू किया। इसके बाद वे 30 लाख रुपये की रंगदारी की मांग करने लगे, और पैसे न देने पर ब्लैकमेल करने लगे।

बलात्कार के झूठे केस में फंसाने के बाद, आरोपी महिला के साथ उसके बेटे के खिलाफ दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज कर दिया गया। पीड़ित ने दबाव में आकर 12 लाख रुपये दे दिए, लेकिन गैंग के सदस्य ने उन पर और पैसे देने की धमकियाँ देने का आरोप लगाया। बाद में पीड़ित ने पुलिस में केस दर्ज करवाया, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए आरोपी से तीन लाख रुपये बरामद किए। इस मामले में 20 अगस्त को दिल्ली से आरोपी रेनू तुरा और कमलेश कुमारी को गिरफ्तार किया गया, और फिर 13 अक्टूबर को अनीता मुंडा भी पकड़ी गई।

देहरादून पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान अनीता मुंडा भी इस आपराधिक षड्यंत्र में शामिल पाई गई है, और वे भी गिरफ्तार की गई हैं। अभी पुलिस आरोपी से और विस्तारित पूछताछ कर रही है, और केस की गहराईयों की जांच जारी है।

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