नूंह:- नूंह में 31 जुलाई को हुए जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा मामले में आरोपित राजकुमार जिन्हें ‘बिट्टू बजरंगी’ के नाम से भी जाना जाता है, को पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में फरीदाबाद की नीमका जेल भेज दिया गया है। आरोपित के अधिवक्ता सोमदत्त शर्मा ने उनके सुरक्षा के मामले में आपत्तिजनक स्थिति को देखते हुए उन्हें नीमका जेल भेजने का अनुरोध अदालत से किया था।

नूंह में हुई जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा मामले में आरोपित को क्राइम ब्रांच की टीम ने उनके घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें पांच दिन की रिमांड की मांग की गई थी, जिसका विरोध उनके अधिवक्ता ने किया था। गिरफ्तारी के बाद एक नया मामला दर्ज किया जा रहा है, जिसमें आरोपित को भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया गया है। उन्हें पहले भी गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जमानत भी मिली थी, लेकिन उनके अधिवक्ता ने उनके खिलाफ लगाए गए धाराओं को गलत बताया था।

रिमांड के दौरान आरोपित से पूछताछ कर अन्य आरोपितों की पहचान की गई और उन्हें भी पकड़ने का आदेश दिया गया है। उन्हें एक रिमांड पर लेकर आठ तलवार बरामद की गई हैं। आरोपित बिट्टू बजरंगी को रिमांड के खतम होने के बाद अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश अंजली जैन की अदालत में पेश किया गया और वहां से उन्हें नीमका जेल भेज दिया गया है।

नूंह में हुई इस हिंसा मामले में अब तक 243 आरोपित बंद हैं, जो एक ही समुदाय के हैं। इस मामले में न्याय की प्रक्रिया को समुदाय के सभी तरफ से जाँचने की मांग की जा रही है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और बराबरी का संरक्षण हो सके।

बृहस्पतिवार शाम रिमांड खतम होने के बाद आरोपित को अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश अंजली जैन की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे नीमका जेल भेज दिया गया। पुलिस द्वारा बिट्टू बजरंगी को एक रिमांड पर लेकर आठ तलवार बरामद की गई हैं। रिमांड के दौरान आरोपित से पूछताछ कर अन्य आरोपितों की भी पहचान की गई। उन्हें भी पकड़ा जाएगा । नरेंद्र बिजारणिया, पुलिस अधीक्षक नूंह।

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