उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा का क्रम बने रहने की आशंका जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, शुक्रवार को देहरादून, पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। यह क्रम आगामी 14 अगस्त तक बने रहने की आशंका है।

बीते तीन दिनों से दून के कई इलाकों में भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। रोजाना एक से दो दौर भारी वर्षा के दर्ज किए जा रहे हैं। मालदेवता और सहस्रधारा क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मालदेवता के सरखेत में सड़कें बहने के साथ ही विद्युत पोल बह गए हैं। बांदल नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीणों की आवाजाही ठप है। हालांकि, ग्रामीण रस्सियों के सहारे नदी के इस पार से सामान उस पार पहुंचा रहे हैं। कच्चे पुल बहने से लोग घरों में कैद हैं और वर्षा के दौरान बाढ़ के कारण घरों और दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सहस्रधारा में भी बीते दिनों हुए भूस्खलन से चामासारी मार्ग बंद है, जिसे दुरुस्त करने में लोनिवि की जेसीबी जुटी हैं। राजपुर क्षेत्र में भी कई कालोनियों में जल भराव और भूधंसाव की सूचना है।

मूसलाधार बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनि की रेती और तपोवन क्षेत्र में गंगा घाट और तट जलमग्न रहे। त्रिवेणी घाट में आरती स्थल जलमग्न रहा। गंगा घाट और तटों पर जल पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम मुस्तैद है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा चेतावनी रेखा 339.50 से मात्र 30 सेमी नीचे 339.20 मीटर बह रही है। गंगा के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को स्थानीय प्रशासन की ओर से अलर्ट किया है। तपोवन से लेकर रायवाला तक गंगा के तटीय इलाकों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों की ओर निकल गए हैं। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 339.32 मीटर, शाम चार बजे 339.25 मीटर और शाम सात बजे 339.20 मीटर दर्ज किया गया।

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version