देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इन दिनों जगह-जगह एस्कॉर्ट सर्विस या जिगोली से जुड़े पोस्टर लगे हुए हैं। इन पोस्टरों में बेरोजगार पुरुषों को प्लेबॉय जॉब्स और जिगोलो जॉब की पेशकश की गई है। देहरादून की सड़कों और गलियों में जिगोलो की नौकरी दिलाने के पोस्टर इन दिनों खूब दिख रहे हैं।

मगर, इस पूरे मामले में एक धार्मिक और सामाजिक चेतना से दूर होने की संभावना है जिसका अपराधी या ठग ताकतवर लोगों को भटकाने का प्रयास कर रहा है। यह स्कैम है और लालच वाले लोग सावधान रहें।

आमतौर पर लोग जिगोलो सर्विस को एक पुरुष वैश्यावृत्ति के रूप में समझते हैं जिसमें उन्हें इसके बदले रुपये भी दिए जाते हैं। यह सेवा वे पुरुष उपलब्ध कराते हैं जो विशेष तौर पर संभोग योग्य स्त्रियों के साथ समय बिताने के लिए तैयार होते हैं।

इस पूरे मामले में जो झांसा दिया जा रहा है वह अपराधियों द्वारा किया जा रहा है जिसमें उन्होंने जिगोलो बनाने के लालच देकर लोगों को ठगा हुआ है। आपसी समझौते के बजाय, वे पैसे देने के बाद भी वादे के मुताबिक नौकरी नहीं देते हैं और लोगों को धोखा देते हैं।

इस संबंध में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की है और एसओजी इस मामले में जांच में जुट गई हैं। दरअसल, शहर में इन दिनों जिगोलो सर्विस के नाम पर कमाई का झांसा दिया जा रहा है। इसके लिए शहर में कई जगहों पर पोस्टर चिपकाए गए हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच से 10 हजार रुपये कमाई की बात लिखी है। इन पोस्टरों पर एक मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ है।

पुलिस ने जब इस मामले की जांच की, तो पता चला कि इन नंबरों पर संपर्क करने पर दो हजार रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए मांगे जा रहे हैं। यह एक धोखाधड़ी है और लोगों से पैसे ठगने का प्रयास किया जा रहा है।

एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि अब तक किसी के साथ इस तरह की ठगी का मामला सामने नहीं आया है। इस संबंध में पुलिस सभी नागरिकों को अलर्ट रखने के लिए अवगत कर रही है ताकि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकें।

देहरादून पुलिस अपने प्रदर्शन से लोगों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए जागरुक अभियान भी चला रही है। लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे ऐसे विज्ञापनों में आने से पहले पुलिस या संबंधित अधिकारी की पुष्टि करें और किसी भी प्रकार की संदेहयुक्त गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

यह वारदातें शहर की अस्थिरता और जनजीवन को प्रभावित करने की कोशिश हैं और इसके खिलाफ पुलिस और समाज को मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। एक सकारात्मक समाज के निर्माण के लिए, हमें इस तरह के ठगी और धोखाधड़ी के प्रति सजग रहना होगा और पुलिस और सरकार के साथ मिलकर इन अपराधियों का सामना करना होगा।

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