बदरीनाथ धाम क्षेत्र में जमीन बेचने को लेकर हुए विवाद के बाद एक साधु ने साथी साधु के सिर पर हथौड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने साधु का शव कंबल में लपेटकर बेड के नीचे छिपा दिया और कमरे में ताला लगा दिया, लेकिन अगले दिन ही मृतक साधु के नहीं दिखने पर आरोपी का भेद खुल गया। बदरीनाथ थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि मंगलवार को दोपहर में साधु मलरेड़ी नवीनरेड़ी उर्फ दत्तचैतन, निवासी तेलंगाना थाने पहुंचा और अपने साथी साधु जोशीमठ निवासी बाबा सुनकरा रामदास उर्फ मोहन कृष्णानंद की हत्या करने की जानकारी दी।

उसने बताया कि शव कमरे में ही रखा है। पुलिस टीम दत्तचैतन की निशानदेही पर बाबा काली कमली धर्मशाला पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। दत्तचैतन ने पुलिस को बताया कि दोनों ने कुछ समय पहले गोपेश्वर के पास मंडल में आश्रम के लिए दो नाली भूमि खरीदी थी। इसी जमीन को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। सोमवार रात को करीब साढ़े आठ बजे हत्यारोपी साधु ने अपने हिस्से की जमीन को बेचने की बात कही, जिसको लेकर दोनों में फिर विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दत्तचैतन ने हथौड़े से बाबा सुनकरा रामदास के सिर पर वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। उसने शव को कंबल में लपेटकर अपनी चारपाई के नीचे रख दिया।

मंगलवार को धर्मशाला प्रबंधक पूरन सिंह राणा ने सुनकरा रामदासा के नहीं दिखने पर आरोपी से उसके बारे में पूछा। इस पर आरोपी ने कहा कि वह सोमवार को दिन में ही जोशीमठ चला गया, जबकि प्रबंधक ने शाम को दोनों को साथ देखा था। प्रबंधक ने यह बात आरोपी से कही तो उसने सच उगल दिया। इसके बाद प्रबंधक ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह जमीन बेचकर अन्य जगह आश्रम बनाने के लिए पैसा जुटाना चाहता था और रामदासा इसमें अड़चन उत्पन्न कर रहा था।

 

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