साढ़े पांच साल के तेजस ने अपने तेज से उत्तराखंड का ही नहीं देश का नाम भी पूरे विश्व में ऊंचा किया है. हल्दवानी के तेजस तिवारी के सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी बन गए हैं. अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने उन्हें सबसे कम उम्र का खिलाड़ी घोषित किया है.

तेजस सुभाष नगर, हल्द्वानी के रहने वाले हैं. वह दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते हैं. साढ़े पांच वर्ष की आयु में ही देश के 12 राज्यों में खेलकर प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं. उन्होंने बताया कि शतरंज की बारीकियां पिता शरद तिवारी ने सिखाई हैं. जबकि उनकी मां इंदु ने उनको काफी प्रेरित किया है. तेजस की उपलब्धि पर उनके परिजन बेहद खुश हैं. उनकी यह कामयाबी राज्य और देश के लिए बड़ी उपलब्धि है.

वह इससे पहले उत्तराखंड के “यंगेस्ट चेस प्लेयर” का खिताब हासिल कर चुके हैं. उन्होंने महज 3 साल की उम्र से शतरंज खेलना शुरू कर दिया था. तेजस ने हाल ही में रुद्रपुर में हुई प्रथम स्व. धीरज सिंह रघुवंशी ओपन फिडे रेटेड शतरंज प्रतियोगिता में चार ड्रॉ और दो जीत के साथ फिडे रेटिंग प्राप्त की है. मार्च 2022 में उत्तराखंड शतरंज संघ की ओर से आयोजित 16वीं उत्तराखंड स्टेट ओपन शतरंज प्रतियोगिता के अंडर-8 वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड स्टेट चैंपियन बन चुके हैं.

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