उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग(यूकेएसएसएससी )  पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने मंगलवार को 43वीं गिरफ्तारी की है। अब सहारनपुर का पशुधन प्रसार अधिकारी हत्थे चढ़ा है। आरोपी ने करीब 15 लोगों को धामपुर में बने सेंटर में पेपर हल कराया था। इसके लिए उसने प्रत्येक अभ्यर्थी से 15-15 लाख रुपये लिए थे। आरोपी हाकम सिंह गैंग का गुर्गा है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि स्नातक स्तरीय परीक्षा की जांच में बहुत से नए तथ्य भी सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में सहारनपुर के एक पशुधन प्रसार अधिकारी मनोज कुमार चौहान का नाम भी सामने आया था। एसटीएफ ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया।

जांच एजेंसी एसटीएफ के मुताबिक, जेल में बंद अभियुक्त केंद्रपाल ने जिन अभ्यर्थियों को नकल कराई है, उनका चिन्हीकरण लगातार किया जा रहा है। इसी कार्रवाई में नकल करने वाले अभ्यर्थियों से पूछताछ में पता चला कि करीब 8 से 10 अभ्यर्थियों द्वारा नकल करने बाद अपनी-अपनी तय पेमेंट मनोज कुमार चौहान को दी गयी थी। चौहान के पास रकम आने से ही उन सभी को केंद्रपाल व ललितराज शर्मा के नकल सेंटर में परीक्षा कराने के लिए भेजा गया था। STF के अनुसार, इस कड़ी में अभी अन्य अभ्यर्थियों को भी चिन्हित किया जा रहा है, जिनके द्वारा परीक्षा में किसी न किसी के माध्यम से धांधली कर नकल की गयी है।

एसटीएफ एसएसपी आयुष कुमार के मुताबिक, यूकेएसएससी मामले में विवेचना जारी है। मुख्य अभियुक्त केंद्रपाल के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मनोज कुमार चौहान को गिरफ्तार करने से और कड़ियां जोड़ने के आसार हैं। अभी तक इस मामले में एसटीएफ द्वारा 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पेपर लीक मामले में सभी अभियुक्तों से जुड़ी आगे की कड़ियों को लगातार तलाश जारी रखते हुए STF की जांच जारी है।

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