उत्तराखंड में बीते दिन से एक बार फिर मौसम के तेवर बदल गए हैं। प्रदेश में मानसून की विदाई से पहले भारी वर्षा के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन भारी से अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। जिसे देखते हुए पर्वतीय जिलों में पर्वतारोहण और ट्रेकिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही ट्रेकिंग व पर्वतारोहण पर गए व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जा रहा है।

मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल में अगले 48 घंटे अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। गुरुवार को कुमाऊं मंडल में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। अगले दिन वर्षा बढऩे की संभावना है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को कुमाऊं में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ कुछ जगहों पर अत्यंत भारी वर्षा तक हो सकती है। शुक्रवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह जारी की है।

उत्तराखंड से मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी इसके पूरी तरह लौटने में सप्ताहभर लग सकता है। इससे पहले प्रदेश में भारी वर्षा के दो से तीन दौर हो सकते हैं। बीते दिन देहरादून में सहस्रधारा, कौलागढ़, राजपुर समेत मसूरी रोड पर देर शाम झमाझम वर्षा हुई। कुमाऊं में सीमांत क्षेत्रों में भी मेघ जमकर बरसे। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में गुरुवार से तीन दिन भारी वर्षा के आसार हैं। छह और आठ अक्टूबर को भारी से भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सात अक्टूबर को कहीं-कहीं अत्यंत भारी वर्षा हो सकती है। जिसे लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान नदी-नालों के किनारे बाढ़ के हालात, मैदानों में जलभराव होने की आशंका है।

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