वर्षा से दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जुड्डो व लखवाड़ के बीच में दो स्थानों पर भूस्खलन की वजह से करीब पांच घंटे यातायात पूरी तरह से ठप रहा। यात्रा सीजन में यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्री, नौगांव, बड़कोट, पुरोला, उत्तरकाशी, लखवाड़ समेत जुड़े क्षेत्र से आवागमन करने वालों को रास्ता खुलने का लंबा इंतजार करना पड़ा। कृषि उपज से भरे वाहन भी फंसे होने से बागवानों व किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखाई दी। लंबे समय से दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Delhi Yamunotri Highway) का सुधारीकरण न होने की वजह से कई जगह खतरनाक स्थिति पैदा हो रखी है।

पिछले एक साल से भी ज्यादा समय होने के बाद भी कालसी काली माता मंदिर के समीप धंसे राष्ट्रीय राजमार्ग को अभी तक ठीक नहीं कराया गया। इसके अलावा जुड्डो से लखवाड़ के बीच जगह-जगह दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बेहद खराब हालत में है।जुड्डो लखवाड़ के बीच झरने के पास नया भूस्खलन ( Landslide) जोन बनने से यात्रियों व वाहन चालकों की परेशानियां और बढ़ गई है। यात्रा सीजन चलने के बाद भी एनएच के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। पिछले चार दिन से जुड्डो व लखवाड़ बैंड के बीच में राष्ट्रीय राजमार्ग हर दिन बंद हो रहा है।

शुक्रवार को वर्षा के कारण दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर किमी 33 जुड्डो व 38 लखवाड़ बैंड के पास में भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर आने की वजह से यातायात सुबह सात बजे के करीब पूरी तरह से ठप हो गया। दोनों तरफ सैंकड़ों वाहनों की कतार लग गई। जिसमें कृषि उपज हरा धनिया, टमाटर, मूली, बीन्स, हरी मिर्च, अदरक, सेब आदि से भरे वाहन भी फंसे रहे।

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