अल्मोड़ा के भिकियासैंण में बीते दिन सवर्ण युवती से प्रेम विवाह करने पर ससुराल वालों ने अपहरण के बाद दलित युवक की हत्या कर दी थी। घटना के बाद भिकियासैंण से लेकर रानीखेत तक पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील रहा। वहीं दलित युवक जगदीश की हत्या इतनी नृशंस थी कि इसका खुलासा पोस्टमार्टम के दौरान हुआ है. शुरूआती तौर पर मृतक के बाहरी शरीर में 2 दर्जन से अधिक चोटें पाई गई। यही नहीं, उसके छाती, जबड़े व बाएं हाथ की कलाई व दोनों ऐड़ी की हड्डियां, नाक की हड्डी तक तोड़ डाली गई। पोस्टमार्टम टीम में शामिल डॉ.दीप प्रकाश पार्की के अनुसार, जगदीश के पूरे शरीर पर 25 से 27 गंभीर बाहरी चोटें मिली हैं। छाती, जबड़े व बाएं हाथ की कलाई व दोनों ऐड़ी की हड्डियां तोड़ डाली गई थी। सिर पर भी काफी चोट पहुंचाई गई और नाक की हड्डी टूटी हुई थी। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है।

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके सल्ट के पनुवाधौखन निवासी जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था। शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह के साथ रहती थी। एक दलित से शादी करना उसके सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया और दोनों ने मिलकर जगदीश की हत्या कर दी। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने बताया कि दलित से विवाह की सूचना के बाद से सौतेले परिजन उसके पति के जान के दुश्मन बने हुए थे। आरोप है कि गुरुवार को जगदीश के ससुराल वालों ने जगदीश चंद्र को भिकियासैंण में पकड़ लिया था। उसके बाद वह लोग जगदीश चंद्र का एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए।

उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने देर शाम गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद कर लिया। एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने बताया कि शव बरामद कर लिया गया है। हत्या करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में प्रयुक्त हथियार अभी बरामद नहीं हो सका है हलांकि उन्होंने बताया कि किसी हथौड़ीनुमा हथियार के प्रहार से जगदीश की हत्या हुई है।

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