उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में एक सरकारी स्कूल में अजीबो-गरीब घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि स्कूल की 6-7 छात्राएं अचानक चिल्लाने लगीं। कुछ देर में वो बेहोश हो गई। छात्राओं की यह हालत देखकर स्कूली शिक्षकों और अन्य छात्र भी डरे सहमे रहे। स्थानीय लोगों का ऐसा विश्वास था कि भूत-बाधा के चलते छात्राओं का ऐसा हाल हुआ। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल रैखोली में विद्यार्थियों के बदहवास होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ही प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालय पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग के काउंसलर ने विद्यार्थियों की काउंसिलिंग की। विद्यार्थियों को मास हिस्टीरिया (बदहवासी) से ग्रसित पाया गया। कन्या जूनियर हाईस्कूल रैखोली में पढ़ने वाली कुछ बालिकाएं और बालक पिछले दो दिन से बदहवास हो रहे थे। बालिकाएं चिल्ला रही थीं, रो रही थीं। घटना का वीडियो वायरल होने पर लोग कहने लगे कि भूत-प्रेत का साया है।

बृहस्पतिवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश पोखरिया के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम विद्यालय पहुंची। टीम में काउंसलर संदीप कुमार भी शामिल थे। एसडीएम हर गिरी और मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सिंह सौन ने भी विद्यालय पहुंचकर विद्यार्थियों के साथ ही स्कूल स्टाफ से जानकारी हासिल की। काउंसलर संदीप कुमार ने बताया कि विद्यालय की छह बालिकाएं और दो बालक मास हिस्टीरिया से ग्रसित पाए गए। बताया कि इस स्थिति में एक बच्चे के चीखने-चिल्लाने पर अन्य बच्चे भी देखादेखी में चिल्लाने लगते हैं। मास हिस्टीरिया में शरीर में ऐठन आने के साथ बी बच्चे चिल्लाने लगते हैं।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, छात्राओं में भूत-बाधा का अंदेशा था। इसलिए छात्राओं को काबू में करने के लिए तमाम कोशिशें की गई। वीडियो के अनुसार, छात्राएं चिल्ला रहीं थी और कुछ बड़बड़ा रही थीं। छात्राओं की हरकतों से शिक्षकों और अन्य छात्रों में दहशत फैल गई। गौरतलब है कि इससे पहले अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चमोली जैसे पड़ोसी जिलों के सरकारी स्कूलों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं।

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