उत्तराखंड में राजधानी देहरादून के विकासनगर इलाके में एक निजी स्कूल प्रबंधन के शुक्रवार को छुट्टी किए जाने के आदेश को लेकर जमकर हंगामा मचा ​​हुआ है। सोशल मीडिया में मामले के वायरल होने के बाद से ही प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मचा है। हिन्दू वादी संगठनों के भारी विरोध के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आया। विकासनगर स्थित ब्राइट एंजल स्कूल पर स्थानीय लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि स्कूल ने शुक्रवार को साढ़े 12 बजे छुट्टी करने पर हंगामा खड़ा हो गया है। मामले को बीते दिनों झारखंड के स्कूलों में रविवार के साप्ताहिक अवकाश को बदलकर शुक्रवार करने से जोड़ा जाने लगा। जिस पर सोशल मीडिया में भी जमकर हंगामा खड़ा हो गया।

निजी स्कूल में जुमे यानी शुक्रवार को तय समय से पहले छुट्टी का ऐलान करने पर विवाद हो गया। बताया गया कि गुरुवार दोपहर स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर पहुंचे तो उनकी डायरी में यह सूचना दर्ज थी। जिसमें स्कूल प्रबंधन ने हर शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे छुट्टी करने की बात लिखी थी। इसके बाद पूरा मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। प्रशासन के दखल के बाद स्कूल प्रबंधन ने लिखित में माफी मांगते हुए फैसला वापस ले लिया है। परिजनों का आरोप है कि स्कूल का नियमित समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक है, लेकिन गुरुवार को बताया गया कि शुक्रवार को स्कूल साढ़े 12 बजे बंद होगा।

पहले झाऱखंड और बाद में बिहार में स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी किए जाने का मामला सामने आने के बाद देहरादून के इस स्कूल का मामला भी सुर्खियों में आ गया। पुष्कर सिंह धामी सरकार प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की पहल कर चुकी है। इसके लिए विशेष कमेटी का गठन भी किया जा चुका है। सरकार के इन प्रयासों के बीच प्रदेश की राजधानी में ही एक स्कूल के द्वारा धार्मिक आधार पर भेदभाव का यह मामला सामने आने के बाद भाजपा विपक्षियों के निशाने पर आ गई है। भाजपा एक तरफ झारखंड में शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार को कटघरे में खड़ी कर रही है, जबकि उसकी अपनी सरकारों में इसी तरह की घटना होने पर उसने अब तक अपना स्टैंड साफ नहीं किया है।

उत्तराखंड भाजपा नेता सौरभ उनियाल ने कहा कि इस स्कूल में शुक्रवार को छुट्टी किए जाने का मामला अब सामने आया है। सूचना मिलते ही सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सभी स्कूलों को सरकार के द्वारा निर्धारित नियम-कानूनों को पूरी तरह मानने का सख्त आदेश दिया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर स्कूल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सौरभ उनियाल ने कहा कि सभी स्कूलों को एक नियम कानून के अनुसार चलना चाहिए और उसी के अनुसार बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए। इससे सभी बच्चों में एक समान भावना विकसित होती है और राष्ट्रीय एकता सुदृढ़ होती है।

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